हमने अभी तक बात की केवाईसी और ई- केवाईसी के बारे में, जिसमें आपने जाना कि केवाईसी क्यों जरूरी है और ऑनलाइन ई- केवाईसी कैसे करवा सकते हैं, लेकिन बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि केवाईसी किन किन लोगों को करवाना चाहिए, तो आज हम बात करेंगे कि किन लोगों को केवाईसी करवाना जरूरी होता है, क्योंकि यह सेबी द्वारा निर्धारित प्रक्रिया है जिसे हर निवेशक और जिस कंपनी में निवेश किया जा रहा है उसे माननी ही होगी, इससे यह भी निश्चित कर लिया जाता है कि पैसा हवाला के जरिए निवेश नहीं किया जा रहा है। किन्हें केवाईसी अनुकूल होना चाहिए ?जो भी निवेशक म्युचु्अल फंड में एकसाथ या एसआईपी से निवेश करना चाहते हैं उन्हें केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण कर लेनी चाहिए।केवाईसी सबके लिए जरूरी है भले ही आप कितनी भी रकम निवेश कर रहे हों। किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिये केवल एक बार के सत्यापन की ही जरूरत है।किन्हें केवाईसी पूरी करनी होती है:1. व्यक्ति या संस्था (ट्रस्ट, कंपनी)।2. अभिभावक जो अल्पवयस्क के नाम से निवेश कर रहे हैं।3. पीओए होल्डर 4. अगर आप पहली बार कानूनी कार्यवाही से निवेशक बनते हैं जैसे कि निवेशक की मृत्यु के बाद।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)
केवाईसी याने की अपने ग्राहक को जानना, वैसे तो जिस बैंक या वित्तीय संस्था में आप लेन देन करते हैं, वहां आपको सब जानते हैं, लेकिन किसी और जगह आप वित्तीय लेनदेन करने जाएंगे तो वे आपको नहीं जानते। तो सभी वित्तीय संस्थान आपको जाने कि आपकी उम्र कितनी है, आप आज कितने रकम रखते हैं, जिससे वे आपको उपयुक्त बातें बता पाएं।
अगर आप कोई बड़ी रकम जमा कर रहे हैं तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं होगा क्योंकि उन्हें केवाईसी से पता चल जाएगा कि आप इतनी रकम जमा कर सकते हैं और किसी तरह की गलत कमाई का पैसा यहां जमा नहीं कर रहे हैं। केवाईसी का मतलब होता है अपने ग्राहक को जानने की प्रक्रिया। सेबी ने हवाला निरोधक एक्ट 2002 के अतर्गत दिशा निर्देश दिए हैं, जिससे कि सारे वित्तीय संस्थान और मध्यवर्ती संस्थानों जैसे कि म्युचुअल फंड को अपने ग्राहक से परिचित होना जरूरी है, इसे ही केवाईसी का नाम दिया गया है।
केवाईसी प्रक्रिया से हवाला और संदेहजनक ट्रांजेक्शन को रोकने में मदद मिलती है। केवाईसी की प्रक्रिया ऑफलाइन होती है, याने कि आपको फॉर्म भरकर वित्तीय संस्थान यानि कि बैंक या फिर सीएएमसी के कार्यालय में जमा करवाना होता है।
ई-केवाईसी में केवाईसी प्रक्रिया पूर्णत ऑनलाइन कर दी गई है जिसमें ग्राहक को ही अधिकार दे दिया गया है।
ई- केवाईसी का मुख्य लक्ष्य केवाईसी में लगने वाले समय को घटाना और कागजी कार्यवाही में कमी लाना था।
म्युचुअल फंड कंपनियों की वेबसाइट आपको केवाईसी की औपचारिकताएं पूरी करने में मदद करती हैं और यह प्रक्रिया ऑनलाइन उसी वक्त पूर्ण हो जाती है।
निवेशक ई- केवाईसी को ऑनलाइन पूर्ण करने के बाद उसी समय पहली म्युचुअल फंड की खरीददारी ऑनलाइन भी कर सकता है।
निवेशक ई- केवाईसी को ऑनलाइन पूरी करने के लिए किसी भी म्युचुअल फंड की वेबसाइट पर जाकर पूर्ण कर सकते हैं.. (बिड़ला, रिलायंस)
ऑनलाइन ई-केवाईसी (वीडीयो वेरीफिकेशन से)। ई- केवाईसी आधार कार्ड के सहयोग से
वीडियो कॉलआपको नीचे बताई गई तीन सरल चरणों में केवाईसी पूर्ण करनी है –1. आपको निजी जानकारी और बैंक खाते की जानकारी फॉर्म में भरनी है।2. फिर जानकारी से भरा हुआ केवाईसी फॉर्म को पीडीएफ में डाऊनलोड कर लें, अपना फोटो चिपकाएं और उस पर तिरछे में हस्ताक्षर करें, इस फॉर्म का रंगीन स्केन करें और स्वहस्ताक्षरित पैन कार्ड एवं एड्रेस प्रूफ के साथ अपलोड कर दें।3. कंपनी वीडियो काल पर आपके सारे दस्तावेज सत्यापित करेगी, तो आप अपना पैन कार्ड एवं एड्रेस प्रूफ तैयार रखें।वीडियो कॉल पूरी होने के बाद आप म्युचुअल फंड में निवेश करना शुरू कर सकते हैं। आधार कार्डआप नीचे बताए गए तीन सरल चरणों में केवाईसी आधार से पूर्ण कर सकते हैं –1. आधार कार्ड नंबर फॉर्म में दीजिए और उसी समय आपको मोबाइल नंबर पर OTP का SMS आएगा, मोबाइल नंबर जो आपने आधार कार्ड में दिया है।2. OTP देने के बाद आपकी सारी जानकारी फॉर्म में भरी हुई आ जाएगी, खाली जरूरी फील्ड भरकर फॉर्म को सबमिट कर दीजिए।3. खरीदना।
ई- केवाईसी के बाद आप अपना यूजर आईजी बनाने के बाद तुरंत ही म्युचुअल फंड खरीदना शुरू कर सकते हैं।
नियामक के नियमानुसार अगर आपने आधार कार्ड से ई- केवाईसी किया है तो आप हर वर्ष हर म्युचुअल फंड से अधिकतम 50 हजार रूपए तक की ही खरीददारी कर सकते हैं।
Tuesday May 24,2022
हमने अभी तक बात की केवाईसी और ई- केवाईसी के बारे में, जिसमें आपने जाना कि क हमने अभी तक बात की केवाईसी और ई- केवाईसी के बारे में, जिसमें आपने जाना कि क . . . . .
मोलतोल.इन साइट को अपने मोबाइल पर खोलने के लिए आप इस QR कोड को स्कैन कर सकते है..
www.moltol.in © 2016