लंदन। इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल ने वर्ष 2020-21 सीजन के लिए वैश्विक मक्का के उत्पादन अनुमान में 1.30 करोड़ टन की कमी की है। आईजीसी का कहना है कि वर्ष 2020-21 में मक्का का वैश्विक उत्पादन अनुमान 113.30 करोड़ टन है। यह अनुमान नवंबर 2020 में 114.6 करोड़ टन जताया गया था। यह उत्पादन वर्ष 2019-20 में 115.3 करोड़ टन था।
आईजीसी के अनुसार वर्ष 2020-21 में मक्का की वैश्विक खपत 116.9 करोड़ टन से घटकर 116.1 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह खपत वर्ष 2019-20 में 115.3 करोड टन थी। वर्ष 2020-21 में मक्का का कैरीओवर स्टॉक 26.8 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह अनुमान पिछली बार 27.5 करोड़ टन था। जबकि वर्ष 2019-20 में यह 29.7 करोड़ टन था। वर्ष 2020-21 में मक्का का वैश्विक ट्रेड 18.3 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
आईजीसी के मुताबिक अमरीका में अब 3603 लाख टन मक्का की पैदावार होगी जो पहले 3685 लाख टन आंकी गई थी। ब्राजील में मक्का का उत्पादन वर्ष 2020-21 में 1058 लाख टन होने की उम्मीद है जबकि पहले यह आंकलन 1125 लाख टन था। अर्जेंटीना में मक्का का उत्पादन 520 लाख टन होने की संभावना है, यह अनुमान पहले 543 लाख टन था।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)
मुंबई। भारतीय मक्का के निर्यात की उजली संभावनाओं एवं बेहद कमजोर भाव पर अब आवक गिरने से मक्का के दाम आने वाले दिनों में बढ़ने की संभावना है। हालांकि, देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैलने की खबरें आ रही हैं लेकिन मौजूदा भाव इस कारक को डिस्काउंट कर चुके हैं।
कारोबारियों का कहना है कि तेलंगाना की निजामाबाद मंडी में मक्का का भाव 1425-1440 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। यह भाव मार्च अंत/अप्रैल शुरुआत तक 1550-1600 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच सकता है। मक्का की मांग इस समय धीमी जरुर है लेकिन किसानों ने भाव कमजोर देखते हुए आवक कम कर दी है। हालांकि, अप्रैल महीने से रबी मक्का की आवक मंडियों में शुरु हो जाएगी जो इसके भावों पर फिर से दबाव बना सकती है। बता दें कि रबी सीजन में बिहार मक्का के उत्पादन में सबसे बड़ा राज्य है। राज्य में बीते सीजन में मक्का का उत्पादन तकरीबन 35 लाख टन रहा है।
निर्यातकों का कहना है कि भारत से बांग्लादेश को तकरीबन दो लाख टन मक्का का निर्यात होने की संभावना है। इसके अलावा वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड की भी भारतीय मक्का में पूछपरख आने की प्रबल संभावना है। मध्य पूर्व देशों ने भी भारतीय मक्का में रुचि दिखाई है।
केंद्र सरकार के पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2020-21 में देश में 198.8 लाख टन मक्का पैदा होने का अनुमान है। जबकि, रबी सीजन वर्ष 2019-20 में 90.1 लाख टन मक्का पैदा होने का अनुमान है जो वर्ष 2018-19 में 83 लाख टन था। जबकि, खरीफ एवं रबी की कुल पैदावार सीजन वर्ष 2019-20 में 286.4 लाख टन रहने की संभावना है जो पिछले साल 277.2 लाख टन था। देश में चालू रबी सीजन वर्ष 2020-21 में अब तक मक्का की बोआई 15.12 लाख हैक्टेयर में हुई है जो पिछले साल समान समय में 15.90 लाख हैक्टेयर में थी। इसका मतलब यह हुआ कि मक्का के दाम नीचे होने के बावजूद इसकी बोआई में खास कमी नहीं आई है। बिहार में यह बोआई 4.82 लाख हैक्टेयर की तुलना में 4.78 लाख हैक्टेयर, महाराष्ट्र में 1.98 लाख हैक्टेयर की तुलना में 2.86 लाख हैक्टेयर में हुई।
पोलट्री, पशुआहार और स्टार्च इन तीन सैक्टर में देश में खपत होने वाली कुल मक्का का 75-80 फीसदी हिस्सा खपता है। बता दें कि फीड इंडस्ट्री में मक्का की खपत 150-155 लाख टन होती है जबकि स्टार्च 55 लाख टन, डिस्टलरीज में 12-5-1.50 एवं मानवीय भोजना में दस लाख टन मक्का की खपत होती है। कुल सालाना खपत 220-230 लाख टन रहती है जबकि वर्ष 2019-20 में उत्पादन 286 लाख टन के करीब रहने की संभावना है। इस तरह, 50-60 लाख टन मक्का नए सीजन में कैरी फारवर्ड रहने के आसार हैं एवं यह स्टॉक इसके भाव पर दबाव लाने का सबसे बड़ा कारण रहा लेकिन निर्यात की उजली संभावना से यह दबाव घटा है।
कीव। यूक्रेनियन मक्का का निर्यात भाव सात साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है। मक्का की वैश्विक मांग, अर्जेंटीना से शीपमेंट रुकने और रुस द्धारा अनाज के निर्यात पर डयूटी लगाने के फैसले से यह तेजी आई है।
यूक्रेन की मक्का का भाव जनवरी में अब तक 23-26 डॉलर प्रति टन बढ़ा है एवं यह 256-264 डॉलर प्रति टन एफओबी ब्लैक सी बोला जा रहा है। मौजूदा भाव मई 2014 के ऊंचे स्तर से 6-10 डॉलर प्रति टन अधिक है। यूक्रेन के कारोबारियों ने इस सीजन में अब तक 103 लाख टन मक्का बेची है।
मुंबई। भारतीय कारोबारियों ने चीन को एक लाख टन मक्का बेचने का सौदा किया है। यह निर्यात विशाखापत्तनम बंदरगाह से होगा। कारोबारियों के मुताबिक इस मात्रा में से तकरीबन 35 हजार टन मक्का अगले कुछ दिनों में चीन भेजी जाएगी। यह निर्यात सौदा 200-210 डॉलर प्रति टन एफओबी पर हुआ है।
कारोबारियों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में भारत से और मक्का का निर्यात होने की संभावना है क्योंकि भारतीय मक्का का औसत भाव नीचे हैं। एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रॉडक्टस एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के मुताबिक अप्रैल से नवंबर 2020 के दौरान देश से 11.5 लाख टन मक्का का निर्यात हुआ जो बीते वर्ष समान समय में 179804 टन था।
भारतीय मक्का का मौजूदा औसत भाव 190-200 डॉलर प्रति टन एफओबी चल रहा है जबकि पिछले साल समान समय में यह भाव 250-260 डॉलर प्रति टन एफओबी था। कारोबारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में मक्का के दाम पिछले कुछ महीनों से नीचे होने की वजह से औसत निर्यात भाव नीचे हैं। कारोबारियों का कहना है कि मक्का का निर्यात भाव 1250-1300 रुपए प्रति क्विंटल बैठ रहा है जबकि पिछले साल यह भाव 1950-2000 रुपए प्रति क्विंटल था।
देश में खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन स्थिर होने के बावजूद घरेलू बाजार में बल्क डिमांड न होना एवं भारी भरकम कैरीओवर स्टॉक की वजह से मक्का के दाम दबे हुए हैं। देश में खरीफ फसल वर्ष 2020-21 में मक्का की पैदावार 199 लाख टन हुई जबकि यह पिछले वर्ष 196 लाख टन थी। जबकि, इसका कैरी ओवर स्टॉक 30-40 फीसदी अधिक 20 लाख टन के आसपास रहा। भारतीय मक्का का अधिकतर निर्यात बांग्लादेश, श्रीलंका और अन्य दक्षिण एवं दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को हो रहा है, जहां भाव प्रतिस्पर्धात्मक बने हुए हैं।
वाशिंग्टन। अमरीकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपनी जनवरी महीने की रिपोर्ट में दुनिया में मक्का का उत्पादन घटने का अनुमान जारी किया है। अर्जेंटीना, ब्राजील, यूरोपीयन देशों और अमरीका में मक्का का उत्पादन घटेगा जबकि इसकी भरपाई भारत एवं चीन में उत्पादन बढ़ने से होगी। चीन का मक्का आयात बढ़ने एवं यूरोपीयन देशों का आयात घटने के आसार हैं। यूएसडीए ने दुनिया भर में वर्ष 2020-21 के लिए 113.38 करोड़ टन मक्का पैदा होने का अनुमान जारी किया है। यह अनुमान पिछले महीने 114.356 करोड़ टन था।
भारत में मक्का का उत्पादन वर्ष 2020-21 में 285 लाख टन रहने का अनुमान जताया है। यह अनुमान पिछले महीने 280 लाख टन था। यह उत्पादन वर्ष 2019-20 में 286 लाख टन एवं वर्ष 2018-19 में 277 लाख टन रहा। यूएसडीए के मुताबिक वर्ष 2019-20 में समूची दुनिया में मक्का का उत्पादन 111.64 करोड़ टन और वर्ष 2018-19 में 112.37 करोड़ टन रहा।
यूएसडीए ने अमरीका में वर्ष 2020-21 में मक्का का उत्पादन 36.02 करोड़ टन आंका है, जबकि पिछले महीने यह आंकलन 36.84 करोड़ टन था। अमरीका में वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 34.59 करोड़ टन रहा। चीन में मक्का का उत्पादन 26 करोड़ टन आंका है। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 26.07 करोड़ टन रहा। यूरोपीयन संघ में मक्का का उत्पादन जनवरी महीने की रिपोर्ट में 6.36 करोड़ टन आंका है जबकि दिसंबर में यह आंकलन 6.37 करोड़ टन था। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 6.67 करोड़ टन रहा।
यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील में मक्का का उत्पादन 10.9 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह उत्पादन वर्ष 2019-20 में 10.20 करोड़ टन रहा। अर्जेंटीना में मक्का का उत्पादन इस साल 4.75 करोड़ टन होने का अनुमान है। जबकि, दिसंबर में यह आंकलन 4.90 करोड़ टन था। वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 5.10 करोड़ टन था। दक्षिण अफ्रीका में मक्का का उत्पादन 1.60 करोड़ टन रहने का अनुमान है। वर्ष 2019-20 में भी यह उत्पादन 1.60 करोड़ टन था।
यूक्रेन में मक्का का उत्पादन 2.95 करोड़ टन रहने का अनुमान आंका गया है। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 3.58 करोड़ टन रहा। रुस में मक्का का उत्पादन 1.40 करोड़ टन रहने का अनुमान है। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 1.42 करोड़ टन रहा। मैक्सिको में मक्का का उत्पादन 2.80 करोड़ टन होने का अनुमान है।
समूची दुनिया में वर्ष 2020-21 में मक्का का अंतिम स्टॉक 2.83 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो पिछले महीने 2.88 करोड़ टन आंका गया था। यह वर्ष 2019-20 में 3.03 करोड़ टन रहा। यह वर्ष 2018-19 में 3.20 करोड़ टन था। यूएसडीए ने मक्का का औसत दाम वर्ष 2020-21 के लिए 0.20 डॉलर बढ़ाकर 4.20 डॉलर प्रति बुशेल किया है।
ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना सरकार ने मक्का के निर्यात पर लगी रोक को हटाने का फैसला किया है। बता दें कि अर्जेंटीना सरकार ने 30 दिसंबर 2020 को मक्का के निर्यात पर दो महीने के लिए रोक लगा दी थी।
अर्जेंटीना ने मक्का के निर्यात पर मार्च तक रोक लगाई थी एवं कहा था कि देश में मक्का की जरुरत पूरी करने के लिए यह निर्यात रोका गया है। अर्जेंटीना सरकार ने निर्यात के लिए मक्का का कोटा 385 लाख टन जारी किया था जिसमें से पहले ही 342.3 लाख टन मक्का का निर्यात किया जा चुका है। जबकि, अब शेष 42.7 लाख टन मक्का का निर्यात हो सकेगा जिसे पहले घरेलू बाजार में बिकना था।
शिकागो बेंचमार्क मक्का मार्च वायदा बुधवार को 4.97 डॉलर प्रति बुशेल चल रहा है। यह बीते शुक्रवार को 1.14 फीसदी घटकर 4.34 डॉलर प्रति बुशेल पर बंद हुआ था। बीते सप्ताह मार्च वायदा 2.06 फीसदी घटा था।
मुंबई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का के दामों में जबरदस्त तेजी आई है और भाव साढे छह वर्ष की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। सीबॉट मक्का वायदा में लगातार 13 दिनों से तेजी देखने को मिल रही है जो वर्ष 1959 के बाद 61 साल में पहली बार देखने को मिली है।
शिकागो बेंचमार्क मक्का वायदा बुधवार को 4.79 डॉलर प्रति बुशेल पर पहुंच गया जो साप्ताहिक रुप से 6.32 फीसदी और मासिक आधार पर 16 फीसदी बढ़ा। मक्का के भाव में मई 2019 के बाद सबसे अधिक मासिक तेजी आई है। वर्ष 2020 कैलेंडर वर्ष में मक्का के भाव में 24 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। मक्का का मौजूदा भाव मई 2014 के बाद सबसे ऊंचे भाव हैं। विश्लेषकों का कहना है कि मक्का के भाव में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है।
दक्षिण अफ्रीका में अकाल जैसी स्थिति एवं ला नीनो के असर से मक्का के उत्पादन में गिरावट की संभावना है। इस वजह से अर्जेंटीना ने मक्का के निर्यात पर मार्च तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। देश में मक्का की जरुरत पूरी करने के लिए यह निर्यात रोका गया है। अर्जेंटीना सरकार ने निर्यात के लिए मक्का का कोटा 385 लाख टन जारी किया था जिसमें से पहले ही 342.3 लाख टन मक्का का निर्यात किया जा चुका है। जबकि, अब शेष 42.7 लाख टन मक्का की घरेलू बाजार में खपत होगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का के दाम बढ़ने से भारतीय मक्का के निर्यात की संभावनाएं उजली है। देश से नवंबर अंत तक 12 लाख टन मक्का का निर्यात हो चुका है। हाल में बांग्लादेश के साथ 50 हजार टन मक्का का निर्यात करने का करार हुआ है। भारतीय मक्का समूची दुनिया में सबसे सस्ती है एवं चीन इसकी खरीद के लिए भारत आए तो अचरज नहीं होना चाहिए। निजामाबाद में मक्का हाजिर 1400-1500 रुपए प्रति क्विंटल पर बेची जा रही है। यह आने वाले दिनों में 1700 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच सकती है।
देश में खरीफ फसल वर्ष 2020-21 में मक्का की पैदावार 199 लाख टन हुई जबकि यह पिछले वर्ष 196 लाख टन थी। जबकि, इसका कैरी ओवर स्टॉक 30-40 फीसदी अधिक 20 लाख टन के आसपास रहा।
इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल ने वर्ष 2020-21 सीजन के लिए वैश्विक मक्का के उत्पादन अनुमान को घटाया है। वर्ष 2020-21 में मक्का का वैश्विक उत्पादन अनुमान 100 लाख टन घटकर कर 1.146 अरब टन होगा। उत्पादन में यह कमी अमरीका, यूक्रेन और यूरोपीयन देशों में उपज घटने से होगी। अमरीका में अब 3685 लाख टन मक्का की पैदावार होगी जो पहले 3739 लाख टन आंकी गई थी।
यूरोपीयन देशों में मक्का का उत्पादन 601 लाख टन रहेगा जो पहले 626 लाख टन होने की संभावना थी। रोमानिया में मक्का का उत्पादन 104 लाख टन के बजाय 71 लाख टन रहने के अनुमान से यूरोपीयन देशों के उत्पादन अनुमान में बड़ी कटौती की गई है। रोमानिया एवं यूक्रेन में इस साल सूखा पड़ने से मक्का का उत्पादन घटेगा। यूक्रेन में मक्का का उत्पादन पिछले अनुमान 330 लाख टन से घटकर 300 लाख टन रहने के आसार हैं। आईजीसी के मुताबिक चीन का इस साल मक्का आयात 160 लाख टन रहने का अनुमान है जो पहले 80 लाख टन आंका गया था।
मुंबई। भारतीय कारोबारियों ने पिछले महीने बांग्लादेश को तकरीबन 50 हजार टन मक्का बेचने का सौदा किया है। यह निर्यात 190-200 डॉलर प्रति टन एफओबी पर विशाखापत्तनम से अगले कुछ दिनों में होगा।
कारोबारियों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में भारत से बांग्लादेश को और मक्का का निर्यात होने की संभावना है क्योंकि भारतीय मक्का का भाव पिछले साल के समान समय से काफी नीचे हैं। एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रॉडक्टस एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में देश से 370066 टन मक्का का निर्यात हुआ।
भारतीय मक्का का मौजूदा भाव 180-220 डॉलर प्रति टन एफओबी चल रहा है जबकि पिछले साल समान समय में यह भाव 250-260 डॉलर प्रति टन एफओबी था। कारोबारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में मक्का के दाम पिछले कुछ महीनों से नीचे होने की वजह से औसत निर्यात भाव सुस्त हैं।
देश में खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन स्थिर होने के बावजूद घरेलू बाजार में बल्क डिमांड न होना एवं भारी भरकम कैरीओवर स्टॉक की वजह से मक्का के दाम दबे हुए हैं। निजामाबाद में मक्का हाजिर 1400-1450 रुपए प्रति क्विंटल पर बेची जा रही है। देश में खरीफ फसल वर्ष 2020-21 में मक्का की पैदावार 199 लाख टन हुई जबकि यह पिछले वर्ष 196 लाख टन थी। जबकि, इसका कैरी ओवर स्टॉक 30-40 फीसदी अधिक 20 लाख टन के आसपास रहा।
एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रॉडक्टस एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के मुताबिक अप्रैल से अक्टूबर 2020 के दौरान भारत से 922656 टन मक्का का निर्यात हुआ है, जबकि पिछले साल समान समय में यह 166032 टन था। भारतीय मक्का का अधिकतर निर्यात बांग्लादेश, श्रीलंका और अन्य दक्षिण एवं दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को हो रहा है, जहां भाव प्रतिस्पर्धात्मक बने हुए हैं।
वाशिंग्टन। अमरीकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने अपनी दिसंबर महीने की रिपोर्ट में दुनिया में मक्का का उत्पादन घटने का अनुमान जारी किया है। अर्जेंटीना, कनाडा और यूरोपीयन देशों में मक्का का उत्पादन घटेगा जबकि इस यूक्रेन में इसका उत्पादन बढ़ने की संभावना है। चीन का मक्का आयात बढ़ने एवं इजिप्त, ईरान और यूरोपीयन देशों का आयात घटने के आसार हैं। यूएसडीए ने दुनिया भर में वर्ष 2020-21 के लिए 114.35 करोड़ टन मक्का पैदा होने का अनुमान जारी किया है। यह अनुमान पिछले महीने 114.46 करोड़ टन था।
भारत में मक्का का उत्पादन वर्ष 2020-21 में 280 लाख टन रहने का अनुमान जताया है। यह उत्पादन वर्ष 2019-20 में 265 लाख टन एवं वर्ष 2018-19 में 276 लाख टन रहा। यूएसडीए के मुताबिक वर्ष 2019-20 में समूची दुनिया में मक्का का उत्पादन 111.61 करोड़ टन और वर्ष 2018-19 में 112.33 करोड़ टन रहा। यूएसडीए ने अमरीका में वर्ष 2020-21 में मक्का का उत्पादन 36.84 करोड़ टन आंका है जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 34.59 करोड़ टन रहा। चीन में मक्का का उत्पादन 26 करोड़ टन आंका है। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 26.07 करोड़ टन रहा। यूरोपीयन संघ में मक्का का उत्पादन दिसंबर महीने की रिपोर्ट में 6.37 करोड़ टन आंका है जबकि नवंबर में यह आंकलन 6.42 करोड़ टन था। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 6.67 करोड़ टन रहा।
यूएसडीए की रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील में मक्का का उत्पादन 11 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह उत्पादन वर्ष 2019-20 में 10.20 करोड़ टन रहा। अर्जेंटीना में मक्का का उत्पादन इस साल 4.90 करोड़ टन होने का अनुमान है जो, वर्ष 2019-20 में 5.10 करोड़ टन था। दक्षिण अफ्रीका में मक्का का उत्पादन 1.60 करोड़ टन रहने का अनुमान है। वर्ष 2019-20 में भी यह उत्पादन 1.60 करोड़ टन था।
यूक्रेन में मक्का का उत्पादन 2.95 करोड़ टन रहने का अनुमान आंका गया है जो नवंबर में 2.85 करोड़ टन था। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 3.58 करोड़ टन रहा। रुस में मक्का का उत्पादन 1.40 करोड़ टन रहने का अनुमान है। जबकि, वर्ष 2019-20 में यह उत्पादन 1.42 करोड़ टन रहा। मैक्सिको में मक्का का उत्पादन 2.80 करोड़ टन होने का अनुमान है।
समूची दुनिया में वर्ष 2020-21 में मक्का का अंतिम स्टॉक 2.88 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो पिछले महीने 2.91 करोड़ टन आंका गया था। यह वर्ष 2019-20 में 3.03 करोड़ टन रह सकता है। यह वर्ष 2018-19 में 3.19 करोड़ टन था। यूएसडीए ने मक्का का औसत दाम वर्ष 2020-21 के लिए चार डॉलर प्रति बुशेल पर स्थिर रखा है।
मुंबई। भारतीय कारोबारियों ने बांग्लादेश को तकरीबन एक लाख टन मक्का बेचने का सौदा किया है। यह निर्यात 190-200 डॉलर प्रति टन एफओबी पर होने की संभावना है। इस कुल निर्यात मात्रा में से 27650 टन मक्का का निर्यात विशाखापत्तनम से अगले कुछ दिनों में होगा।
कारोबारियों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में भारत से बांग्लादेश को और मक्का का निर्यात होने की संभावना है क्योंकि भारतीय मक्का का भाव पिछले साल के समान समय से काफी नीचे हैं। भारतीय मक्का का मौजूदा भाव 180-220 डॉलर प्रति टन एफओबी चल रहा है जबकि पिछले साल समान समय में यह भाव 250-260 डॉलर प्रति टन एफओबी था। कारोबारियों का कहना है कि घरेलू बाजार में मक्का के दाम पिछले कुछ महीनों से नीचे होने की वजह से निर्यात भाव सुस्त हैं।
देश में खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन स्थिर होने के बावजूद घरेलू बाजार में बल्क डिमांड न होना एवं भारी भरकम कैरीओवर स्टॉक की वजह से मक्का के दाम दबे हुए हैं। निजामाबाद में मक्का हाजिर 1400-1450 रुपए प्रति क्विंटल पर बेची जा रही है जो पिछले साल इसी समय 1950-2000 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही थी। देश में खरीफ फसल वर्ष 2020-21 में मक्का की पैदावार 199 लाख टन हुई जबकि यह पिछले वर्ष 196 लाख टन थी। जबकि, इसका कैरी ओवर स्टॉक 30-40 फीसदी अधिक 20 लाख टन के आसपास रहा।
भारतीय मक्का निर्यातक कमजोर घरेलू मांग की पूर्ति इसके निर्यात से पूरा करना चाहते हैं। एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रॉडक्टस एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (एपीडा) के मुताबिक अप्रैल से अक्टूबर 2020 के दौरान भारत से 922656 टन मक्का का निर्यात हुआ है, जबकि पिछले साल समान समय में यह 166032 टन था। भारतीय मक्का का अधिकतर निर्यात बांग्लादेश, श्रीलंका और अन्य दक्षिण एवं दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को हो रहा है, जहां भाव प्रतिस्पर्धात्मक बने हुए हैं।
Saturday January 23,2021
लंदन। इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल ने वर्ष 2020-21 सीजन के लिए वैश्विक मक्का लंदन। इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल ने वर्ष 2020-21 सीजन के लिए वैश्विक मक्का . . . . .
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