नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 28 फरवरी 2021 के दौरान 233.77 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 194.82 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 38.95 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 28 फरवरी तक 502 चीनी मिलों में से 98 गन्ना उपलब्ध न होने से बंद हो गई है। जबकि पिछले साल समान समय तक 453 मिलों में से 70 बंद हो गई थीं।
उत्तर प्रदेश में 28 फरवरी 2021 तक 74.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 76.86 लाख टन था। राज्य में 109 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि 11 बंद हो चुकी है। पिछले साल समान समय में 119 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 188 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 145 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 84.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 50.70 लाख टन था। इस तरह अब तक 12 मिल बंद हो चुकी है जबकि पिछले साल समान समय में यह संख्या 25 थी। कर्नाटक में 66 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 40.53 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 32.60 लाख टन था एवं 63 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में अब तक 66 चीनी मिलों में से 52 चीनी मिलों में गन्ना पेराई रुक गया है जबकि पिछले साल समान समय में यह संख्या 34 थी।
गुजरात में 28 फरवरी तक कुल उत्पादन 7.49 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 6.83 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में भी 15 चीनी मिलें चल रही थीं। इस सीजन में अब तक एक चीनी मिल बंद हुई है। तमिलनाडु में 26 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है एवं अब तक 3.16 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में 3.37 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था एवं 21 चीनी मिलें चल रही थी। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में 23.54 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
इस्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2020 से 28 फरवरी 2021 के दौरान तकरीबन सात लाख टन चीनी निर्यात की गई। अब तक 32 लाख टन चीनी का निर्यात करने का अनुबंध हो चुका है।
(मोलतोल ब्यूरो; +91-75974 64665)
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 15 फरवरी 2021 के दौरान 208.89 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 170.01 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 38.88 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 15 फरवरी तक 497 चीनी मिलों में से 33 गन्ना उपलब्ध न होने से बंद हो गई है। जबकि पिछले साल समान समय तक 447 मिलों में से 20 बंद हो गई थीं।
उत्तर प्रदेश में 15 फरवरी 2021 तक 65.13 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 66.34 लाख टन था। राज्य में 116 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि चार बंद हो चुकी है। पिछले साल समान समय में 119 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 183 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 140 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 75.46 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 43.38 लाख टन था। इस तरह अब तक दो चीनी मिल बंद हो चुकी है जबकि पिछले साल समान समय में यह संख्या पांच थी। कर्नाटक में 66 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 39.07 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 30.80 लाख टन था एवं 63 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में अब तक 66 चीनी मिलों में से 17 चीनी मिलों में गन्ना पेराई रुक गया है जबकि पिछले साल समान समय में यह संख्या 13 थी।
गुजरात में 15 फरवरी तक कुल उत्पादन 6.55 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 5.95 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में भी 15 चीनी मिलें चल रही थीं। तमिलनाडु में 25 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है एवं अब तक 2.25 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में 2.63 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था एवं 21 चीनी मिलें चल रही थी। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में 20.43 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। इस्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2020 से 15 फरवरी 2021 के दौरान तकरीबन सात लाख टन चीनी निर्यात की गई। अब तक 25 लाख टन चीनी का निर्यात करने का अनुबंध हो चुका है।
मुंबई। देश से मार्केटिंग वर्ष 2020-21 में चीनी का निर्यात 24 फीसदी घटकर 43 लाख टन के करीब रहने की संभावना है। निर्यात में यह कमी लॉजिस्टिक्स की दिक्कत एवं ईरान को शीपमेंट कम होने की संभावना से आएगी। यह बात आल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन ने कही।
एसोसिएशन के मुताबिक चालू सीजन 2020-21 में चीनी का उत्पादन 299 लाख टन रहने का अनुमान है जो पिछले सीजन में 274 लाख टन थी। चीनी मिलें सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) में 57 लाख टन चीनी का निर्यात कर पाई जबकि अनिवार्य कोटा 60 लाख टन था। एसोसिएशन ने कहा है कि उसकी फसल कमेटी ने अपनी समीक्षा में पाया है कि देश से इस चालू सीजन में चीनी का निर्यात तकरीबन 43 लाख टन होगा। लॉजिस्टिक्स समस्या की वजह से यह निर्यात पिछले साल से कम रहने की आशंका है। बंदरगाह पर प्रतीक्षा समय लंबा हो गया है एवं कंटेनर की तंगी एवं सोयाबीन सहित अनाजों के मूवमेंट से चीनी निर्यात प्रभावित होगा।
एसोसिएशन ने सीजन वर्ष 2020-21 में चीनी का उत्पादन 299 लाख टन रहने का अनुमान जताया है जो पिछले सीजन के उत्पादन 274 टन से ज्यादा होगा। उत्तर प्रदेश में इस साल 105 लाख टन, महाराष्ट्र में 102 लाख टन और कर्नाटक में 43 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना है। सीजन वर्ष 2019-20 में उत्तर प्रदेश में 126 लाख टन, महाराष्ट्र में 62 लाख टन एवं कर्नाटक में 34.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। चालू सीजन में तकरीबन 20 लाख टन चीनी इथनॉल में जाने का अनुमान है। जबकि, चीनी की घरेलू खपत घटकर 255 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि यह सीजन 2019-20 में 260 लाख टन थी।
नई दिल्ली। देश में 31 जनवरी 2021 तक चीनी का कुल उत्पादन 176.83 लाख टन हुआ जो पिछले सीजन के समान समय के उत्पादन 141 लाख टन की तुलना में तकरीबन 25 फीसदी ज्यादा है। यह जानकारी इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने दी।
इस्मा के मुताबिक देश में 491 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि पिछले साल समान समय में यह पेराई 447 मिलों में हो रही थी। देश में चीनी का सीजन अक्टूबर से सितंबर होता है। महाराष्ट्र में अब तक चीनी का उत्पादन 63.8 लाख टन हुआ है जो पिछले साल समान समय में 34.64 लाख टन था। उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन 54.96 लाख टन की तुलना में 54.43 टन हुआ है। महाराष्ट्र में 182 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है जबकि उत्तर प्रदेश में 120 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही हैं।
कर्नाटक में अब तक चीनी उत्पादन 34.83 लाख टन हुआ है जो पिछले साल के समान समय के उत्पादन 27.94 लाख टन से अधिक है। दूसरी ओर, अन्य राज्यों में चीनी उत्पादन 24.21 लाख टन हुआ है। इस्मा के मुताबिक 31 दिसंबर 2020 तक तीन महीनों (अक्टूबर-दिसंबर) में 67.5 लाख टन चीनी की बिक्री हुई है।
मुंबई। देश में सीजन वर्ष 2021 में चीनी उत्पादन 302 लाख टन रहने का दूसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान जारी किया है। यह अनुमान इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने जारी किया है। देश में 1 अक्टूबर 2020 को चीनी का ओपनिंग स्टॉक 107 लाख टन था जबकि सालाना खपत 260 लाख टन है। इस साल चीनी का निर्यात 60 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि, 30 सितंबर 2021 को चीनी का अंतिम स्टॉक तकरीबन 89 लाख टन रहने का अनुमान है जो काफी कम होगा।
इस्मा के मुताबिक उत्तर प्रदेश में सीजन वर्ष 2020-21 में चीनी का उत्पादन तकरीबन 105 लाख टन रहने का अनुमान है। यह उत्पादन सीजन वर्ष 2019-20 में 126.37 लाख टन था। राज्य में गन्ने की यील्ड कमजोर रहने एवं चीनी रिकवरी मात्रा कम होने से चीनी का उत्पादन घटेगा। राज्य में 6.74 लाख टन चीनी इथनॉल उत्पादन की ओर जाने की संभावना है।
महाराष्ट्र में चालू सीजन 2020-21 में चीनी का उत्पादन 105.41 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि यह सीजन वर्ष 2019-20 में 61.69 लाख टन था। राज्य में गन्ने का रकबा 48 फीसदी बढ़ने और मौसम अनुकूल होने से गन्ने में की उपज बेहतर रही है। इस्मा के अनुमान के अनुसार महाराष्ट्र में नए चीनी सत्र में 108.02 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की संभावना है जो वर्ष 2019-20 में 61.68 लाख टन था। राज्य में 6.55 लाख टन चीनी इथनॉल उत्पादन की ओर जाने की संभावना है।
कर्नाटक में सीजन वर्ष 2020-21 में चीनी का उत्पादन 42.5 लाख टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2019-20 में 34.94 लाख टन था। राज्य में 5.41 लाख टन चीनी इथनॉल उत्पादन की ओर जाने की संभावना है। कर्नाटक में भी महाराष्ट्र की तरह गन्ने का रकबा बढ़ा है। बता दें कि इन तीनों राज्य का देश में कुल उत्पादन होने वाली चीनी में योगदान लगभग 93 फीसदी रहने का अनुमान है।
इस्मा के दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश-तेलंगाना, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़, ओडीशा और उत्तराखंड में चीनी उत्पादन इस साल 49.35 लाख टन रहने का अनुमान है। यह उत्पादन इन राज्यों में पिछले साल के आसपास ही रहने का अनुमान है।
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 15 जनवरी 2021 के दौरान 142.70 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 108.94 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 33.76 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 15 जनवरी तक 487 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थी जबकि पिछले साल समान समय तक 440 मिलों में गन्ना पेराई हो रही थी।
उत्तर प्रदेश में 15 जनवरी 2021 तक 42.99 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 43.78 लाख टन था। राज्य में 120 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि पिछले साल समान समय में 119 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 181 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 139 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 51.55 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 25.51 लाख टन था। इस तरह, यह उत्पादन पिछले साल के समान समय से 26.04 लाख टन अधिक है। कर्नाटक में 66 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 29.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 21.90 लाख टन था एवं 63 चीनी मिलें चल रही थीं।
गुजरात में 15 जनवरी तक कुल उत्पादन 4.40 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 3.72 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में भी 15 चीनी मिलें चल रही थीं। तमिलनाडु में 20 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है एवं अब तक 1.15 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में 1.57 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में 12.81 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। इस्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर 2020 के दौरान तकरीबन तीन लाख टन चीनी निर्यात की गई।
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 31 दिसंबर 2020 के दौरान 110.22 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 77.63 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 32.59 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 31 दिसंबर तक 481 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थी जबकि पिछले साल समान समय तक 437 मिलों में गन्ना पेराई हो रही थी।
उत्तर प्रदेश में 31 दिसंबर 2020 तक 33.66 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 33.16 लाख टन था। राज्य में 120 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि पिछले साल समान समय में 119 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 179 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 135 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 39.86 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 16.50 लाख टन था। इस तरह, यह उत्पादन पिछले साल के समान समय से 23.36 लाख टन अधिक है। कर्नाटक में 66 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 24.16 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 16.33 लाख टन था एवं 63 चीनी मिलें चल रही थीं।
गुजरात में 31 दिसंबर तक कुल उत्पादन 3.35 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 2.65 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में भी 15 चीनी मिलें चल रही थीं।
तमिलनाडु में 19 चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है एवं अब तक 85 हजार टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में 95 हजार टन चीनी का उत्पादन हुआ था। आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में 12 चीनी मिलें अब तक 94 हजार टन चीनी का उत्पादन कर चुकी हैं। जबकि, पिछले साल समान समय में 18 चीनी मिलों ने 96 हजार टन चीनी का उत्पादन किया था।
अन्य राज्यों उत्तराखंड, बिहार में 1.88 लाख टन, हरियाणा में 1.95 लाख टन, पंजाब में 1.20 लाख टन, उत्तराखंड में एक लाख टन और मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में 1.30 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।
मुंबई। महाराष्ट्र में चालू गन्ना पेराई सत्र में कुल 178 चीनी मिलों ने 375.71 लाख टन गन्ने की पेराई की है। इस गन्ना पेराई से 25 दिसंबर 2020 तक 351.98 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ।
राज्य के कोल्हापुर डिवीजन की चीनी मिलों ने 86.11 लाख टन, पुणे डिवीजन की चीनी मिलों ने 83.84 लाख टन गन्ने की पेराई कर क्रमश: 93.84 लाख टन और 82.4 लाख टन चीनी का उत्पादन किया। महाराष्ट्र के विदर्भ संभाग के अमरावती एवं नागपुर डिवीजन में केवल दो एवं तीन चीनी मिलें है। इन मिलों ने क्रमश: 2.92 लाख टन और 75 हजार टन गन्ने की पेराई कर क्रमश: 2.34 लाख टन एवं 59 हजार टन चीनी का उत्पादन किया। इस साल जो कुल 178 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है उनमें 90 को-ऑपरेटिव एवं 88 निजी चीनी मिलें हैं।
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 15 दिसंबर 2020 के दौरान 73.77 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 45.81 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 27.96 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 15 दिसंबर तक 460 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थी जबकि पिछले साल समान समय तक 412 मिलों में गन्ना पेराई हो रही थी।
उत्तर प्रदेश में 15 दिसंबर 2020 तक 22.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 21.25 लाख टन था। राज्य में 118 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि पिछले साल समान समय में 119 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 173 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 124 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 26.96 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 7.66 लाख टन था। कर्नाटक में 64 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 16.65 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 10.62 लाख टन था।
गुजरात में 15 दिसंबर तक कुल उत्पादन 2.40 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 1.52 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में 15 चीनी मिलें चल रही थीं। तमिलनाडु में दस चीनी मिलों में उत्पादन हो रहा है एवं अब तक 80 हजार टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में 73 हजार टन चीनी का उत्पादन हुआ था। अन्य राज्यों उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तकरीबन 80 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही हैं एवं4.36 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 4.03 लाख टन था एवं 81 चीनी मिलें चल रही थीं।
इस्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 अक्टूबर 2020 से शुरू हुए सीजन में अब तक 2.5-3 लाख टन चीनी निर्यात की गई।
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 30 नवंबर 2020 के दौरान 42.90 लाख टन पहुंच गया जो पिछले साल समान समय में 20.72 लाख टन था। इस तरह चीनी उत्पादन में 22.18 लाख टन का इजाफा हुआ। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है कि सीजन वर्ष 2020-21 में 30 नवंबर तक 408 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही थी जबकि पिछले साल समान समय तक 309 मिलों में गन्ना पेराई हो रही थी। इस्मा के अनुसार 2020-21 के मौजूदा सीजन में चीनी के उत्पादन की स्थिति काफी हद तक 2018-19 सीजन के समान है जब दो शुरूआती महीनों में 418 मिलों में गन्ना की हुई क्रशिंग से 40.69 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
उत्तर प्रदेश में 30 नवंबर 2020 तक 12.65 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 11.46 लाख टन था। राज्य में 111 चीनी मिलों में गन्ना पेराई हो रही है जबकि पिछले साल समान समय में इतनी ही चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही थीं। राज्य में 28 चीनी मिलें बी हैवी मोलासिस/ गन्ना रस से एथनॉल का उत्पादन कर रही है।
इस्मा के मुताबिक महाराष्ट्र में चालू सीजन में 158 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि, बीते सीजन में समान समय तक 71 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में चालू सीजन में अब तक 15.72 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। बीते सीजन में यह उत्पादन अब तक 1.38 लाख टन था। राज्य में 55-60 चीनी मिलें एथॅनाल का उत्पादन कर रही हैं। कर्नाटक में 63 चीनी मिलें चल रही हैं एवं 11.11 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ। राज्य में पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 5.62 लाख टन था और 60 चीनी मिलें चल रही थीं। राज्य में 28-30 चीनी मिलें एथॅनाल का उत्पादन कर रही हैं।
गुजरात में 30 नवंबर तक कुल उत्पादन 1.65 लाख टन चीनी का हुआ। जबकि पिछले साल समान समय में 62 हजार टन चीनी का उत्पादन हुआ था। राज्य में 15 चीनी मिलें चल रही हैं जबकि पिछले साल समान समय में 14 चीनी मिलें चल रही थीं। उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तकरीबन 61 चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही हैं एवं 1.77 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल समान समय में यह उत्पादन 1.64 लाख टन था एवं 53 चीनी मिलें चल रही थीं।
नए सीजन का आरंभ होने के बाद से चीनी का एक्स फैक्टरी भाव या तो लगभग स्थिर बना हुआ है या कुछ नीचे आया है। गन्ना का एफआरपी बढ़ने से चीनी का लागत खर्च बढ़ा है।
इस्मा के मुताबिक 1 अक्टूबर को शुरु हुए नए मार्केटिंग वर्ष में 106.4 लाख टन चीनी का ओपनिंग स्टॉक था। इस साल 310 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। इस तरह यह साल भी चीनी के मामले में सरप्लस वर्ष रहेगा। इस वर्ष भारत से 60-70 लाख टन चीनी का निर्यात होना जरुरी है।
Friday March 5,2021
नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 28 फरवरी 2021 के दौ नई दिल्ली। देश में चीनी का उत्पादन 1 अक्टूबर 2019 से 28 फरवरी 2021 के दौ . . . . .
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